Sunday, September 8, 2019

ROMANTIC SHAYARI N POEM

तुम मौसम कि तरह लगती हो ,
जो समय समय पर अपना रंग बदलती हो ….
तुम सावन कि तरह लगती हो ,
जो पल पल बरसती हो …
तुम सपना सा लगती हो ,
जो मुझे खवाबो में ही दिखती हो ….
तुम रोज रोज मुझसे लड़ती हो ,
फिर भी बहुत अच्छी लगती हो …..
बात तो है छोटी सी ,
फिर भी  कहने को दिल चाहता है …
लो आज मैं कह देता हू ,
तुम अपनी अपनी सी मुझे लगती हो ….

No comments:

Post a Comment